AdSense header

भगवान सब जगह हैंं पहले करो विश्वास फिर देखो चमत्कार

भगवान सभी जगह हैै A Motivational Story

 

मैं कोई धर्म गुरु नहीं हूं। मैं एक मोटिवेशनल राइटर हूं जो आपको मोटिवेट करता हूंं। मेरा उद्देश्य सच्ची घटना को आपके साथ शेयर करके और आपको मोटिवेट करना है। मैं केवल वही सच्ची घटना को  आपके साथ शेयर करता हूं जो आपकी प्रगति में सहायक सिद्ध होता है।

https://amzn.to/3pTGR8U

कुछ लोग मानते हैं कि भगवान (God) सब जगह है। प्रत्येक मनुष्य में नहीं बल्कि प्रत्येक जानवर, प्रत्येक पेड़ पौधा, हर कण में भगवान विद्यमान है। जैसा कि हमारे शास्त्रों एवं पुराणों में भी कहा गया है भगवान हर जगह है। जब भक्त बुलाते हैं वह आ जाते हैं।

कुछ निराशावादी  व्यक्ति है जो भगवान (God) को नहीं मानते हैं। वह हमेशा बोलते हैं भगवान दुनिया में है ही नहीं। भगवान है तो उसे बुलाओ। भगवान दिखते कैसे हैं? भगवान रहते कहां हैं? इत्यादि।

 

जैसा कि आप जानते हैं कि सफलता प्राप्त करने के लिए विश्वास होना बहुत जरूरी है। बिना विश्वास के कोई भी सफलता प्राप्त नहीं की जा सकती है। महाभारत के युद्ध में अर्जुन को विश्वास था कि मेरे साथ भगवान श्री कृष्ण है इसलिए मैं हार नहीं सकता हूं और वह जीत गया।

 

एक विश्वास के बल पर ही आप बड़े से बड़े लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। जैसा कि आप जानते हैं जिन्हें विश्वास है उसे दुनिया कि सभी सुख प्राप्त होते हैं। जो भगवान को मानता है उसमें विश्वास रूपी शक्ति होती है।

 

भगवान (God) सब जगह है – एक सच्ची घटना

आपको सच्ची घटना बता रहा हूं जिसमें भगवान (God) प्रकट हुए थे। टीवी सीरियल में आप देखे होंगे कि प्रह्लाद कि पिता हरीना कश्यप को मारने के लिए भगवान प्रकट हुए थे। ठीक इसी प्रकार विष्णु जी ने कई अवतार लिए और दुष्टों का नाश किया।

 

रामायण महाभारत इत्यादि कहानी हम पढ़ते भी हैं और सीरियल देखे हैं। यह घटना कई युगों पहले की बात है। मैं कुछ समय पहले की एक घटना बता रहा हूं जो आप को अचंभित कर देगा। आपको सोचने पर विवश कर दें कि वास्तव में भगवान है।

 

एक गांव में एक बहुत ही साधारण व्यक्ति रहता था। उसे भगवान पर अटूट विश्वास था। जब कोई व्यक्ति उसे हालचाल पूछता वह बोलते हैं ठाकुर जी जानें।

 

उस गांव में एक ठाकुर जी का मंदिर था। उन्हें उन पर पूरा विश्वास था। उन व्यक्ति  के दो पुत्र और एक पुत्री थे। जब पुत्री की शादी किया तो उस साधारण व्यक्ति ने साहूकार से कुछ कर्जा लिया।

 

कुछ समय बाद दोनों पुत्र ने पिता को बोला है यह लो पैसे और साहूकार को देकर कर्ज से मुक्त हो जाओ। उस व्यक्ति ने जाकर साहूकार से कहा यह लीजिए साहूकार जी आपका मूलधन और ब्याज और मुझे अपने कर्जे से मुक्त करा दीजिए।

साहूकार ने एक पेज पर लिख दिया कि आपका पूरा कर्जा ब्याज सहित प्राप्त हुआ। आप कर्जा से मुक्त है। साहूकार ने उस व्यक्ति से पूछा इस पर क्या लिखा हुआ?

 

उस व्यक्ति ने कहा मैं तो अनपढ़ हूं। जो लिखा है वह ठाकुर जी जानें। साहूकार समझ गया कि व्यक्ति बहुत सीधा है। उनके मन में लोभ आ गया। साहूकार ने उस व्यक्ति को कहा  अंदर जाकर एक गिलास पानी लेकर आओ।

 

इसी बीच में साहूकार ने उस पर्ची को हटाकर एक पर्ची लिख दिया कि अभी मेरा कर्जा बाकी है। अंदर से व्यक्ति आया और पर्ची लेकर चला गया। कुछ दिन बाद साहूकार पैसा मांगने पहुंच गया।

 

उस व्यक्ति ने कहा कि यह बात गलत है। मैंने आपको पैसा दे दिया है। मामला कोर्ट में चला गया। कोर्ट में व्यक्ति को बुलाया गया। व्यक्ति जोर जोर से रोने लगा और बोला कि ठाकुर जी जानते हैं कि मैंने उसको पैसा दे दिया।

 

जज साहब ने पूछा कोई गवाह है जिसने आपको साहूकार को पैसा देते देखा था। उसने कहा  हां ठाकुर जी है। ठाकुर जी ने मुझे पैसे देते हुए साहूकार को देखा था।

 

जज साहब ने कहा ठाकुर जी को बुलाया जाए। पुलिस वालों ने उस गांव में जाकर लोगों से पूछा ठाकुर जी नाम का कोई व्यक्ति इस गांव में है। उसे कल कोर्ट में आना पड़ेगा।

 

गांव वालों ने कहा ठाकुर जी नाम का कोई भी व्यक्ति इस गांव में नहीं है। ठाकुर जी का मंदिर है। अब भगवान कैसे कोर्ट में पेश होंगे।

 

अगले दिन अदालत की कार्रवाई शुरू हुई। जज साहब के बगल में खरा भक्ति जोर से बोला लगा ठाकुर जी हाजिर हो, ठाकुर जी हाजिर हो। उसी वक्त एक बूढ़ा व्यक्ति सिर पर तिलक लगाए चंदन का माला पहने हुए कोर्ट में आ गया।

 

उस व्यक्ति ने कटघरे में खड़ा होकर बोला सर मैं ठाकुर जी हूं। बताइए क्या बात है? जज साहब ने ठाकुर जी से पूछा क्या आप इस व्यक्ति को साहूकार को पैसे देते हुए देखा था?

 

तब ठाकुर जी ने बोला हां जज साहब मेरे सामने में इस व्यक्ति ने साहूकार को पूरे पैसे ब्याज समेत दे दिया था। आप साहूकार को यहां पर रोकिए और किसी व्यक्ति को साहूकार के घर भेजिए। साहूकार के घर में अलमारी नंबर 3 में एक फाइल है, उस फाइल के 22 में पेज पर वह पर्ची रखा हुआ है। जिसमें लिखा है कि यह व्यक्ति ने ब्याज समेत पैसा दे दिया।

 

वह व्यक्ति इतना बोल कर चला गया। कुछ देर बाद सिपाही वापस आया और जज साहब को एक पर्ची दी। यह पर्ची जिसमें लिखा हुआ था कि पूरा पैसा ब्याज समेत मिल गया।

 

जज साहब ने कहा ठाकुर जी कहां गए उनको बुलाओ। ठाकुर जी दिखाई नहीं दिए। अगले दिन जज साहब उस व्यक्ति के गांव गया। पूरे गांव में खोजा गया। सभी व्यक्ति ने कहा कि वह वृद्ध आदमी इस गांव का नहीं था।

 

जज साहब समझ गए वह वास्तव में ठाकुर जी यानी भगवान ही थे। जज साहब उसी वक्त अपने पद से इस्तीफा दे दिया। जज साहब भारत के सभी मंदिरों में घूम-घूम कर  उसके दरबार पर मिट्टी को अपने सिर में लगाते थे।

 

किसी मंदिर में बैठते नहीं। जज साहब कहते थे हमने भगवान को अदालत में बुलाकर खड़ा किया था। फिर मैं किसी मंदिर में कैसे बैठ सकता हूं। इस तरह जज साहब काफी बदल गए।

 

यह कहानी सच्ची घटना है। यदि आपको भगवान (God) पर विश्वास है तो वह जरूर आपको बुरे वक्त में काम आएंगे। आप भले ही किसी धर्म के हो। आपके धर्म जो भी देवता हो। उसमें आप विश्वास रखें। जैसे यदि आप हिंदू हैं तो भगवान जैसे कृष्ण, राम आदि, मुस्लिम है तो मोहम्मद साहब, सिख है तो गुरु नानक देव, ईसाई हैं तो ईशा मसीह इत्यादि।

 

किसे भगवान (God) पर विश्वास है?

आप अधिकतर व्यक्ति के मुंह से सुनते होंगे मैं किसी भगवान को नहीं मानता। मुझे किसी भगवान पर विश्वास नहीं है। पर बुरे वक्त आने पर उन्हें भगवान की याद जरूर आती है।

 

कई बार आप और मैं ऐसे लोगों के मुंह से सुना है कि आज भगवान ने मेरी जान बचाई, मेरे बगल से कार निकली मैं तो बाल-बाल बच गया।

 

मेरा जान पहचान का एक डाक्टर  हैं जो भगवान में भगवान (God) नहीं रखता। अधिकतर उसके मुंह से  निकलती है मुझे तो जो करना था मैं कर दिया आगे भगवान जाने।

 

एक बार मैंने उससे पूछा तुम तो भगवान को मानता ही नहीं कि तुम्हें भगवान की याद क्यों आती है। उसका जवाब था जब मुझे बुरा वक्त आता है तो भगवान की याद आने लगती है। अच्छे स्थिति में भगवान को भूल जाता हूं।

 

इस डॉक्टर की तरह दुनिया में अनेक इंसान है जो हमेशा कहता है कि मुझे भगवान पर विश्वास नहीं है। मैं भगवान को नहीं मानता हूं और जब भी बुरा वक्त आता है तो भगवान को याद करने लगते हैं।

 

दुख में सुमिरन सब करे

सुख में करे न कोई।

ज्यो  सुख में सुमिरन करे

तो दुख काहे होए।

 

कहने का अर्थ है भगवान का दुख में सब याद करते हैं और सुख में कोई याद नहीं करता। यदि हम भगवान को सुख में भी याद करें तो दुख कभी आएगा ही नहीं।

 

भगवान (God) को मानने से क्या लाभ?

मैं आपको यह नहीं कहता कि आप हमेशा मंदिर मस्जिद में जाओ, पूजा-पाठ करो, बड़े-बड़े यज्ञ का आयोजन करो। मेरा सिर्फ यह कहना है कि आप भगवान को मानो।

 

आप  विश्वास करो कि भगवान (God) हर जगह है। ऐसा करने से आपको कई फायदे मिलेंगे। लाभ के बारे में बता रहा हूं। जो निम्नलिखित हैं-

 

1. यदि आपको विश्वास हो जाएगा कि भगवान (God) हर जगह है तो आप कभी कोई बुरा काम नहीं करोगे। चोरी, डकैती जब आप करने जाओगे तो सोचोगे कि भगवान देख रहा है और आप वह गलत काम नहीं कर पाओगे।

 

2. जब आपको यह पता चलेगा कि हर इंसान में भगवान (God) विराजमान हैं तो आप किसी भी इंसान से नफरत नहीं करोगे। क्योंकि आपको प्रत्येक व्यक्ति में भगवान दिखाई देगा।

 

3. आप विद्यार्थियों है और परीक्षा देने जा रहे हो तो परीक्षा भवन में आप भगवान (God) का नाम लेकर परीक्षा शुरू करें। आप महसूस करोगे एक शक्ति आपके पास आ गई। एक बार प्रयोग करके देखें।

 

4. कई विद्यार्थी का फाइनल सिलेक्शन 0.1 और 0.2 नंबर के कारण नहीं हो पाता है। इस स्थिति में उसे भगवान (God) की याद आती है। यदि आप भगवान को पहले ही याद कर ले तो ऐसा नौवत नहीं आएगा।

 

5. एक गाड़ी में 50 यात्री सवार है। एक्सीडेंट होता है और 40 यात्री मर जाते हैं 10 बच जाते हैं। आप सोचिए कि क्या कारण है कि 10 यात्री बच गया।

 

संक्षेप में

इस लेख को लिखने का मेरा एक ही उद्देश्य था कि नौजवान को मन में भगवान (God) की भावना जगाना। उसे विश्वास दिलाना कि  इस दुनिया में भगवान है। आज के नौजवान भगवान को भूलकर गलत रास्ता पर जा रहे हैं। यदि वह भगवान को मानने लगे कोई गलत काम नहीं कर पाएगा।

धन्यवाद।

कोई टिप्पणी नहीं

Please comment only important matters.

Blogger द्वारा संचालित.