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पढ़ाई के लिए Best Time Table कैसे बनाएं?

पढ़ाई के लिए Best Time Table क्या है?

पढ़ाई के लिए Best Time Table क्या है? इसका जवाब आपको कोई भी नहीं दे सकता? इसका जवाब आप स्वयं दे सकते।

जिस प्रकार दुनिया में प्रत्येक इंसान का अलग स्वभाव होता है। उसके उठनेे, सोनेे, जागनेे, खाने, पीने सबका अलग-अलग टाइम टेबल होता है। तो फिर सबके लिए  Best Time Table एक नहीं हो सकता हैै।

आप अपने मन में यह बात बैठा लें कि आप अपने लिए Best Time Table स्वयं बना सकते हो कोई दूसरा नहीं बना सकता है। मैं आपको  अच्छा टाइम टेबल बनाने में सुझाव जरूर दे सकता हूं। लेकिन आपके लिए क्या बेस्ट है इसे आप स्वयं निर्णय ले सकते हो।

इसे छोटा सा उदाहरण के द्वारा समझते हैं। पढ़ाई का सबसे अच्छा टाइम  सुबह 4:00 से 6:00  का माना गया है। मेरे पड़ोस में कुछ लड़के हैं जो पढ़ने में बहुत ही तेज है। इस समय में वह अपने पशु ( गाय, भैंस) को चारा खिलाते हैं और दूध निकालकर घर घर दूध सप्लाई करते हैं।

यह Time Tableआपके लिए बेस्ट हो सकता है। लेकिन उस बच्चे के लिए जिसके पास गाय भैंस हैं और दूध का काम करता है उसके लिए अच्छा नहीं हो सकता। प्रत्येक बच्चे के लिए एक Time Table नहीं हो सकता है।

किसी बच्चे को रात में देर तक पढ़ने की आदत है। वो रात 1 – 2 बजे तक पढ़ता रहता है। कोई बच्चे को रात में 10:00 बजे तक पढ़ने की आदत है। रात में 10:00 बजे तक पढ़ने वाला बच्चा सुबह 5:00 बजे उठकर पढ़ने लग जाता है। रात में जो बच्चे 2:00 बजे सोएगा वह किसी भी हाल में 5:00 बजे सोकर नहीं उठ सकता है।

उठ भी किया तो वह कुछ पढ़ नहीं पाएगा। नींद भी खराब और पढ़ाई भी खराब हो जाएगा।

इसलिए मैं फिर एक बार इस बात को दोहरहता हूं कि प्रत्येक बच्चे के लिए एक Time Table नहीं हो सकता है।

Time Table बनाना क्यों आवश्यक है?

Time Table बनाना अति आवश्यक है। आप चाहे विद्यार्थी हो, कॉलेज में पढ़ते हो, नौकरी करते हो या फिर बड़े कंपनी के मालिक हैं। सभी के लिए Time Table आवश्यक हैै।

भारतीय रेलवे हो या फिर एयर इंडिया सभी अपना Time Table बना के रखा है। रेलवे के प्रत्येक गाड़ी का चलने और प्रत्येक स्टेशन पहुंचने का टाइम टेबल बना हुुआ हैं। हवाई जहाज के उड़ने और अगले शहर पहुंचने का Time Table बना हुआ है।

रोडवेज बस हो या फिर मेट्रो ट्रेन, जितनी भी बड़ी से बड़ी कंपनी है सबके द्वारा टाइम टेबल बनाया हुआ है। इसलिए हम सभी विद्यार्थी को पढ़ाई के लिए Time Table बनाना अति आवश्यक है।

Time Table बनाने से क्या फायदा है?

आजकल बिना फायदा कोई भी काम नहीं किया जाता है। आप किसी बच्चे को भी बोलोगे कि यह काम करना है तो  पहले पूछेगा इसे करने से क्या फायदा होगा? आपके मन में यह सवाल पूछना जायज है कि आखिर  Time Table बनाने से क्या फायदा होगा?

Time Table से निम्नलिखित फायदा हैै

1. दिन भर यह सोचना कि क्या करूं? क्या करूं? से मुक्ति मिल जाएगी।

2. समय का ज्यादा से ज्यादा उपयोग होगा।

3. सभी विषयों में समय का बंटवारा। कोई विषय छूट नहीं पाता।

4. पूरे दिन रात में कितना घंटा हम पढ़ाई करते हैं और कितना घंटा अन्य काम उसकी जानकारी मिल जाती है।

5. सीमित समय में दोस्तों के साथ मुलाकात करने, टीवी देखने, मोबाइल गेम खेलने का भी समय निकाल लेते हैं।

अब हम एक टाइम टेबल बता रहा हूं जो दो प्रकार के बच्चों के बीच बांटा गया है। एक वह बच्चे जो शाम को जल्दी सो जाता है और सुबह 4-5 बजे पढ़ने के लिए उठ जाता है। दूसरा वह बच्चे जो देर रात तक 1 – 2 बजे तक पढ़ता  है। दोनों के लिए अलग-अलग टाइम टेबल के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें बता रहा हूं।

देर रात तक पढ़ने वाले बच्चे के लिए बेस्ट टाइम टेबल

पहले वह बच्चे जो रात में 1-2 बजे तक पढ़ते हैं। उसके लिए कुछ टिप्स इस प्रकार है। रात के अंतिम 2 घंटे जैसे यदि आप 2:00 बजे सोते हैं 12 से 2 तक या 1 बजे सोते हैं तो 11:00 से 1:00 आप केवल याद करें।

साइंस कहता है कि रात में सोने वक्त हम जो चीज पढ़ते हैं नींद में हमारे दिमाग में आता है। यदि आप सोते वक्त किसी विषय को याद करते करते सो जाते हैं तो नींद में भी आपका मस्तिष्क  याद करने के लिए मदद करता है।

रात में देर तक जागने वाले बच्चे को सुबह 9:00 तक जरूर उठ जाना चाहिए। नहा धो कर नाश्ता पानी करके फ्रेश होने के बाद 10:00 बजे उसे पढ़ाई शुरू कर देना चाहिए। 10:00 बजे से जो उन्होंने रात में  याद किया था या पढ़ा था  उसे एक बार लिख लेना चाहिए।

शाम को जल्दी सो जाने वाले बच्चे के लिए टाइम टेबल

बहुत ही अच्छी और पुरानी कहावत है

Early to bed Early to rise

Makes a man Healthy, Wealthy and Wise.

हिंदी में इसका अर्थ हुआ जो बच्चे या जो व्यक्ति शाम को जल्दी सोते हैं और सुबह जल्दी उठ जाते हैं वह स्वास्थ्य, धनवान और बुद्धिमान बनता है।

वह बच्चे जो शाम को जल्दी सो जाते हैं और सुबह जल्दी उठते हैं। यानी यह बच्चे 5:00 या 4:00 बजे उठ जाते हैं। यह समय याद करने के लिए सबसे अच्छा माना गया है।

इस समय में केवल याद करें। इस समय में प्राकृतिक बिल्कुल शांत रहता है। कहीं भी शोरगुल कुछ भी नहीं होता है। याद करने के लिए यह सबसे उपयुक्त समय माना गया।

सुबह जल्दी उठने का प्रयास करें। शुरू शुरू में कुछ दिन आपको दिक्कत होगी। परंतु एक बार आपको सुबह उठने की हैबिट बन गए तो यह आपके लिए बहुत ही लाभदायक साबित होगी। सुबह का वातावरण पढ़ाई के साथ-साथ हमारे स्वास्थ्य के लिए भी हो अच्छा माना गया है।

कई बच्चे सुबह उठने का प्रयास तो करते हैं लेकिन सफल नहीं हो पाते। उनके लिए मैं एक उपाय बता रहा हूं। आप एक अलार्म घड़ी खरीद लें। लगातार 21 दिनों तक सुबह 4:00 का अलार्म भर दें। विज्ञान कहता है जो काम हम लगातार 21 दिन तक कर लेते हैं वह हमारा हैबिट में बदल जाता है।

इस प्रकार आप सुबह जल्दी उठकर अपना पढ़ाई कर सकते हैं। यह एक प्रैक्टिकल उपाय हैं। एक बार जरूर प्रयोग करके देखें।

Best Time Table बनाने के लिए 10 महत्वपूर्ण टिप्स

देर रात तक पढ़ने वाले और शाम को जल्दी सोने वाले दोनों तरह के विद्यार्थियों के लिए यह महत्वपूर्ण हैै। आप का टाइम टेबल चाहे किसी प्रकार हों उसने यह टिप्स शामिल कर सकते हैं। मेरा दावा है कि यह टिप्स द्वारा आप अपने Time Table को बेस्ट टाइम टेबल बना सकते हैं।

1. किसी दूसरे के द्वारा अपना Time Table ना बनवाएं। अपना Time Table स्वयं बनाए।

2. Time Table में हमेशा सुधार करते रहे। जब भारतीय संविधान में भी संशोधन हो सकता है तो आपके टाइम टेबल में क्यों नहीं।

3. Time Table जैसा भी बनाए उसका पालन करना सुनिश्चित करें। टाइम टेबल बनाना बहुत आसान है लेकिन पालन करना उतना ही मुश्किल। इस बात को ध्यान रखें।

4. मौसम के अनुसार आप अपने Time Table में सुधार करते रहें। जैसे सर्दी में रात लंबी होती है और गर्मी में दिन लंबे होते हैं। इसी प्रकार आप अपने पढ़ाई का टाइम टेबल एडजेक्ट करता रहें।

5.  Time Table में केवल पढ़ाई को ही शामिल ना करें। बल्कि सभी दैनिक क्रिया को भी शामिल करें। जैसे कब खाना है? कब नहाना है? कब टेलीविजन देखना है? कब खेलना है? सब कुछ का टाइम टेबल होना चाहिए।

6. परीक्षा के दिनों में प्रत्येक दिन का टाइम टेबल उसके एक दिन पहले बना लें। जैसे 2 दिन बाद जिस विषय का परीक्षा है उस पर एक्स्ट्रा टाइम दें। जिस विषय का परीक्षा 10 दिन बाद है उस पर बहुत ही कम समय दें। रात में सोने से पहले  कल का टाइम टेबल बना ले।

7. Time Table में जो विषय आपका कमजोर है उस पर  ज्यादा टाइम देने का प्रयास करें। जिस विषय में  मजबूती है उससे थोड़ा कम समय दे सकते हैं।

8. Time Table आप दों तरह से बना सकते हैं। प्रत्येक दिन के लिए या फिर एक महीना का एक साथ। पूरे एक महीना प्रत्येक दिन मुझे किस प्रकार पढ़ना है। उसका साप्ताहिक टाइम टेबल बना सकते हैं। या फिर प्रत्येक दिन का टाइम टेबल रात में सोने से पहले अगले दिन का टाइम टेबल बना सकते हैं।

9. Time Table को किसी भी कॉपी में बना कर ना रखें। उसे एक पेज पर लिखकर वहां चिपकाए जहां पर आप की नजर हमेशा जाती रहती हैं। इससे यह फायदा होगा कि आपको अपने टाइम टेबल पालन करने का हमेशा प्रेरणा मिलेगी।

10. Time Table में मनोरंजन के समय को जरूर शामिल करें। 45 मिनट के बाद 10 मिनट का मनोरंजन होना हमारे मस्तिष्क के लिए बहुत आवश्यक है। इससे मस्तिष्क को एक नया उर्जा मिलती है जो पढ़ने में मदद करता है।

स्टेशन गुरुजी

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