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Student Future Planning कैसे करें? Future Planning करते समय कुछ महत्वपूर्ण बातें।

 भविष्य (Future) क्या है?

कहा गया है कल किसने देखा है? यानी भविष्य को कोई नहीं जानता है। लेकिन यह कहावत आलसी और निकम्मे लोगों के लिए है। हम सभी ने भविष्य को देखा है।

हां आंखें बंद कर ले तो भविष्य क्या वर्तमान में भी कुछ भी दिखाई नहीं  देता।  हम सभी जानते हैं कि भविष्य में क्या होने वाला है? क्योंकि भविष्य की बिज तो वर्तमान में ही बोई जाती है।

जैसा कर्म करेंगे वैसा ही फल मिलेंगे। वर्तमान में जो काम करेंगे भविष्य में वही मिलेगा। यदि आप वर्तमान में बबूल का पेड़ बोएंगे  तो भविष्य में कांटा हीं काटा मिलेंगे। यदि कोई आज आम का पेड़ लगा रहा है तो उसमें उसे भविष्य में सुंदर और मीठे फल आम मिलेंगे।

इसलिए हम कभी नहीं कह सकते है  भविष्य किसने देखा है। क्योंकि भविष्य का निर्माण वर्तमान से ही होता है। इसलिए वर्तमान में हीं भविष्य का प्लानिंग कर लेना ठीक है। क्योंकि भविष्य को तो आना ही  है।

यदि आप चाहते हैं कि  आने वाला भविष्य आपके लिए सुख और शांति लेकर आएगी तो आपको अभी से भविष्य की प्लानिंग करनी पड़ेगी। यदि आप प्लानिंग नहीं करते हैं तो आपको दुख भोगना पड़ेगा।

एक राजा की मोटिवेशनल कहानी

बहुत पहले की बात है। दक्षिण भारत में एक छोटा सा क्षेत्र में एक राजा था। उस राज्य में एक नियम बना था की सभी राजा को पांच साल बाद एक जंगल में भेज दिया जाता था।

उस जंगल में सूरज की रोशनी भी नहीं पहुंच पाती थी। घने जंगल होने के कारण केई खतरनाक जानवर रहते थे। वह जानवर राजा को खा जाते थे। 5 साल पूरे हो गए। सभी ने राजा को हाथी पर बैठा कर उस जंगल की ओर रवाना कर रहे थे।

राजा अंदर ही अंदर रो रहा था। नियम के अनुसार उसे उस जंगल में जाना ही पड़ेगा। राजा के नहीं चाहते हुए भी जंगल जाना पड़ा।

अब नए राजा के चुनाव करने की बारी आई। सभी लोग विचार-विमर्श करके उस गांव के सबसे बुद्धिमान व्यक्ति के पास जाकर राजा बनने का प्रस्ताव दिया। उस व्यक्ति ने मना कर दिया।

उसने कहा मुझे राजा नहीं बनना है। क्योंकि वह जानता था कि 5 साल बाद मुझे उस जंगल में जाना पड़ेगा। पूरे राज्य के लोगों ने व्यक्ति को कहा आपको राजा बनना ही पड़ेगा।

उस व्यक्ति ने कहा पहले मुझे वह जंगल दिखाओ जहां 5 साल बाद मुझे जाना पड़ेगा। सभी लोग ने व्यक्ति को जंगल के पास ले गया। जंगल बहुत ही विशाल था। दिन में रात की तरह लग रहा था। खतरनाक जानवर की आवाज सुनाई दे रही थी।

व्यक्ति वापस आ गया और राजा बनने के लिए तैयार हो गया। राजा बनने के बाद कुछ महीने बाद उसने आदेश दिया जंगल से लकड़ी काटकर राज्य के विकास के कामों में लगाया जाए।

राजा ने जंगल जो बहुत ही घना था  उसको कुछ कम कर दी। अगले साल राजा ने पुनः आदेश दिया उस जंगल से और लकड़ी काटकर गरीबों को दिया जाए। इस प्रकार राजा  ने उस घने जंगल के सभी पेड़ को कटवा दिया।

तीसरे साल राजा ने आदेश दिया कि उस जंगल वाली जमीन में खेती का काम शुरू किया जाए और खेती का काम शुरू हो गया। चौथा साल राजा में उस कृषि भूमि को कुछ किसानों को दे दिया। किसान घर बनाकर रहने लगे।

वहां बड़े-बड़े उद्योग और कृषि फार्म बनना शुरू हो गया। 5 साल पूरा होते ही राजा जंगल में जाने के लिए तैयार हो गए। सभी लोग रिवाज की अनुसार राजा को हाथी पर बैठाकर जंगल में भेज दिया।

इस प्रकार राजा उस जगह जाकर कई सालों तक सुख पूर्वक जीवन बिताया। यदि वह भी अन्य राजाओं की तरह भोग विलास में डूब जाता  और भविष्य की प्लानिंग नहीं करता तो उसे भी जंगली जानवर खा जाता।

इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि भविष्य की प्लानिंग हमें जरूर करनी चाहिए।

विद्यार्थी को भविष्य की प्लानिंग कैसे करनी चाहिए?

उपरोक्त कहानी सुनाने का मेरा उद्देश्य यह है कि आप भविष्य में जो भी काम करना है उसकी प्लानिंग अभी कर ले। नहीं तो 5 साल बाद आपको बेरोजगारी और गरीबी  की जंगल में जाना है। जहां समाज के अनेक जानवर बैठे हैं। आपको खाने के लिए, आपका जमीन और घर  अपने नाम करवाने के लिए।

आपको भविष्य क्या करना है? 10th के बाद क्या करे या 12th के बाद क्या करे इसे आप स्वयं सोचें। आपके अंदर में क्या टैलेंट है? यह सवाल अपने आपसे पूछें। क्या आपको पढ़ने में मन लगता है? अगर पढ़ने में मन लगता है तो आप पढ़ाई के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाने की सोच।

अगर आपको खेलने कूदने में मन लगता है तो खेलकूद के क्षेत्र में अपना करियर बनाने की सोच है। यदि आपका मन किसी और क्षेत्र में है तो उस क्षेत्र के बारे में जानकारी इकट्ठा करें। प्लानिंग तो आपको करना ही पड़ेगा।

कई विद्यार्थी बचपन से ही अपना गोल सेट कर लेता है कि मुझे क्या बनना है। कई विद्यार्थी दसवीं पास होने के बाद सोचता है कि हमें क्या करना है तो कई 12वी  पास करने के बाद सोचता हूं कि आगे क्या करें।

सफलता किसे मिलेगा? वह व्यक्ति जो 12वी पास होने के बाद सोचता है मुझे क्या करना है या उसे जो बचपन से ही सोच लेता हूं मुझे क्या करना है। निसंदेह जो बचपन से ही सोच लेता है मुझे क्या बनना है उसे सफलता मिलेगी।

इसलिए समय से अपना लक्ष्य निर्धारित कर ले। क्योंकि समय निकल जाने के बाद आप चाह कर भी कुछ नहीं कर सकते हो।

विद्यार्थी द्वारा अपना फ्यूचर प्लानिंग करते समय ध्यान रखने योग्य आवश्यक बातें

1. अपनी रूचि के अनुसार भविष्य की प्लानिंग करें

आपका किस क्षेत्र में रूचि हैै? उसमें अपना भविष्य बनाने का प्रयास करें। क्योंकि आप अपने जीवन में तभी आगे बढ़ सकते हैं जब आप अपने पेशन को अपना प्रोफेशन बनाएंगे।

बिना रूचि किसी काम को लंबे समय तक आप नहीं कर सकते हैं। इसे करने में आपको भार सा महसूस होगी। भविष्य की प्लानिंग करते समय अपनी रुचि को जरूर ध्यान रखें।

2. भविष्य में डिमांड को भी ध्यान रखें

भविष्य में आप जिस चीज की प्लानिंग कर रहे हैं क्या उसका डिमांड है। इस बात को जरूर ध्यान रखेंं। हम उस क्षेत्र में फ्यूचर प्लानिंग नहीं कर सकते जिसका फ्यूचर है ही नहीं।

जैसे आधुनिक काल में ऑनलाइन सभी चीजों की डिमांड बढ़ रही है और भविष्य में भी ऑनलाइन क्षेत्र में डिमांड बढ़ने की आवश्यकता है। इस वक्त में यदि आप ऑफलाइन के बारे में कुछ सोच रहे हैं तो या भविष्य की प्लानिंग कर रहे हैं तो यह ठीक नहीं माना जा सकत।

3. किसी दूसरे की नकल ना करें

नकल की समस्या बहुत ही बुरा होता है। कई बार विद्यार्थी दूसरे की नकल करके अपना फ्यूचर प्लानिंग करने लग जाता है। वह इस क्षेत्र में अच्छा है इसलिए मुझे भी उस क्षेत्र में जाना चाहिए ऐसा सोचना बिल्कुल गलत है।

आप यह सोचे  कि जिसका नक़ल कर रहे हैं क्या उसके अंदर जो टैलेंट है वह आपके अंदर में है? क्या उसका जिस क्षेत्र में रुचि है क्या आपकी भी रुचि उसी क्षषेत्र में है।

केवल दूसरे को सुखी देखकर या ज्यादा पैसा देखकर दूसरे की नकल ना करें। इसमें आप मंजिल तक नहीं पहुंच सकते और सफलता आपसे दूर भाग जाएगी।

3. टाइम टेबल बनाओं और उसको फॉलो करें

फ्यूचर प्लान बनाना ही काफी नहीं है। प्लानिंग को लागू करना सबसे बड़ी बात है। प्लानिंग तो हर कोई कर लेता है पर उसे प्राप्त नहीं कर पाता। इसके लिए जरूरी है कि आप एक टाइम टेबल बनाएं।

जिस क्षेत्र में आप जाना चाहते हैं केवल उसी क्षेत्र के बारे में सोचें। टाइम टेबल इस प्रकार बनाएं कि जो आपका कमजोर क्षेत्र है उस पर ज्यादा फोकस करें। समय अनुसार यह निश्चय करें कि मुझे इस टाइम टेबल का पालन करके कितने समय के अंदर में यह चीज प्राप्त करना है।

प्रत्येक रात सोने से पहले सोचे कि आज मैं अपना टाइम टेबल फॉलो किया या नहीं किया। जिस दिन आप टाइम टेबल फॉलो ना कर सके उस दिन आप कैलेंडर में उस डेट  को कट का निशान लगा देे।

इससे आपको महीना के लास्ट में पता लगेगा कि आपने पूरे महीने में कितना दिन अपना टाइम टेबल का पालन नहीं किया।

4. उस क्षेत्र के प्रसिद्ध व्यक्ति से सलाह लें

जिस क्षेत्र में आप भविष्य की प्लानिंग करना चाहते हैं उस क्षेत्र में जो व्यक्ति प्रसिद्ध हो चुका है उस से सलाह लें। जैसे भविष्य में आप इंजीनियर बनना चाहते हैं तो वर्तमान में जो बड़े-बड़े इंजीनियर है उससे सलाह लें।

क्योंकि आप जो काम करेंगे वह व्यक्ति वह काम कर रखा है। एक से अधिक व्यक्तियों का सलाह लें।  प्रत्येक पक्ष  पर चर्चा करें। आपके मन में जो कंफ्यूजन है उसके बारे में पूछें।  आपको जो ठीक लगे उस पर चर्चा करें। क्योंकि बाद में सोचने से कोई फायदा नहीं होगा। आपको जो सोचना है अभी सोचें।

5. लोग क्या कहेंगे कभी भी ना सोचो

चाणक्य नीति में चाणक्य कहते हैं कि हमें कभी भी लोग क्या कहेंगे? के बारे में नहीं सोचना चाहिए। क्योंकि समय के साथ लोगों की राय भी बदलते रहते हैं।

जो व्यक्ति आज आप पर हंस रहा है कल ही आपकी सफलता पर तो तालियां भी बजाएंगे। फ्यूचर आपका है इसलिए आपको ही सोचना है कि आपको क्या करना है। ना तो लोग सोचेंगे और ना ही समाज सोचेगा।

स्टेशन गुरुजी

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